
उज्जैन : दरअसल, ये मामला उज्जैन जिले की खाचरौद तहसील के श्रीवच्छ गांव का है. जहां युवती का पिता करण सिंह ने नवरात्र में उसे को गांव बुलाया और उसे सुगा बाई नाम की महिला के हवाले कर दिया. लोगों का कहना है कि सुगा बाई को माता का ईष्ट है और वे इसी तरह से भूत चुड़ैल भगाने का काम करती है. घटना के 10 दिन बाद युवती ने उज्जैन में महिला थाने पहुंचकर जब अपनी आपबीती सुनाई, तो पुलिस भी सुनकर दंग रह गई. महिला थाना पुलिस ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम खाचरौद रवाना की और अस्पताल ले जाकर युवती का मेडिकल करवाया.
युवती पर भूत का साया बताकर उसके साथ न सिर्फ मारपीट की, बल्कि कई स्थानों पर उसे दागा (जला) भी गया. पीड़ित उर्मिला ने बताया कि पति से विवाद के चलते वो अपनी मां के साथ उज्जैन के जूना सोमवरिया क्षेत्र में रहती है. पिछले कुछ दिनों से लगातार बीमार रहने की वजह से उसकी मां ने दूसरे लोगों के कहने पर पूजापाठ करवाने का सोचा और इसकी जानकारी युवती के पिता को दी, जो इनसे अलग खाचरौद के गांव में रहता है.
इसके बाद करण सिंह के कहने पर उसकी मां उसे श्रीवच्छ गांव खाचरौद लेकर पहुंची. गांव में उर्मिला को उसकी मां हंसा व अन्य रिश्तेदार सुगा बाई के घर ले गए, जहां उर्मिला के अंदर चुडैल होने की बात कहकर सुगा बाई ने उर्मिला को लौहे की जंजीरों से बांधकर पीटा और उसके हाथों में जलती हुई रूई की बातियां रखी. इतना ही नहीं अंधविश्वासियों ने एक सिक्का गर्म करके उसे उर्मिला के कपाल पर दाग दिया. जब ये सारी यातनाएं सहकर उर्मिला बेहोश हो गई, तो रात को उसकी मां और अन्य रिश्तेदार उसे उठाकर घर ले आए. उर्मिला ने बताया कि ये पूरी घटना उसके साथ नवरात्रि की सप्तमी तिथि 29 सितम्बर को हुई थी. डरी सहमी उर्मिला घटना के 10 दिन बाद महिला थाने पहुंची और पुलिस को अपनी दर्दभरी कहानी बताई.
मामले में पुलिस भी तत्काल हरकत में आई और युवती की शिकायत पर आठ लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया. पुलिस का कहना है कि खाचरौद पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है, बाकी लोगों की तलाश की जा रही है. युवती का मेडिकल करवाया गया है, मामले में जो भी दोषी होगा, सभी पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी.भले ही आज हम 21वीं सदी में पहुंच गए हैं, लेकिन अब भी कुछ लोग अंध विश्वास के सहारे जीवन जी रहे हैं. ऐसे लोग भूत-प्रेत, उपरी हवा को सच मानकर अपनों के जीवन से खिलवाड़ करने से भी गुरेज नहीं करते और अपनों की जिन्दगी ऐसे लोगों के हवाले कर देते हैं, जो ढोंग और आडंबर से दूसरों को यातनाएं देने और रूपए एंठने का काम करते हैं.
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