राजस्थान के धौलपुर जिले में रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में सुरक्षित सफर सुनिश्चित करने के लिए अपनी लाइनों को कवच प्रणाली (Train Collision Avoidance System) से लैस करने का निर्णय लिया है। इस तकनीक के लागू होने से ट्रेक पर आमने-सामने के ट्रेन हादसों को रोकने में मदद मिलेगी।
परियोजना का विस्तार और लागतउत्तर मध्य रेलवे ने लगभग 309 करोड़ रुपए की लागत से 790 रूट किलोमीटर मार्गों पर कवच प्रणाली को लागू करने के लिए हरी झंडी दे दी है। यह प्रणाली ट्रेन और रेलवे ट्रैक पर लगी सेंसर तकनीक की मदद से ट्रेनों के बीच दूरी और गति को मॉनिटर करती है और समय रहते चेतावनी देती है।
धौलपुर-सरमथुरा नई रेलवे लाइनइस योजना के पहले चरण में आगरा मंडल की धौलपुर-सरमथुरा नई रेलवे लाइन की 70 किलोमीटर लाइन शामिल है। यह नई लाइन धौलपुर को सरमथुरा से जोड़ेगी और आने वाले समय में यात्रियों के लिए आसान और सुरक्षित सफर सुनिश्चित करेगी।
द्वितीय चरण में करौली और गंगापुर सिटी कनेक्शनप्रथम चरण के सफल संचालन के बाद, परियोजना का द्वितीय चरण करौली जिले तक विस्तार करेगा। इसके बाद यह लाइन पश्चिम मध्य रेलवे की गंगापुर सिटी लाइन से कनेक्ट होगी, जो कोटा मंडल का हिस्सा है। इस कनेक्शन से यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ गति से सफर करने की सुविधा मिलेगी।
अन्य रेल मार्गों पर कवच प्रणालीउधर, आगरा से कोटा-रतलाम और बडोदरा रूट पर भी कवच प्रणाली को लागू करने का कार्य तेजी से चल रहा है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह तकनीक पूरे नेटवर्क में धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी, ताकि रेल यात्रा अधिक सुरक्षित और दुर्घटना-मुक्त हो सके।
कवच प्रणाली के लाभविशेषज्ञों के अनुसार, कवच प्रणाली लागू होने से सिग्नल मिसिंग, ट्रेन की अधिक गति और ट्रैक पर रुकावट जैसी समस्याओं को रोकने में मदद मिलेगी। इससे यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ रेल परिचालन में भी सुधार आएगा।
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