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RAS 2023 परिणाम में टॉप-100 में अजमेर के 54 अभ्यर्थियों के चयन पर उठे सवाल, आयोग ने किया खंडन

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RAS 2023 के अंतिम परिणाम में टॉप-100 में अजमेर जिले के 54 अभ्यर्थियों के शामिल होने और सर्विस क्लास के अभ्यर्थियों के चयन को लेकर सोशल मीडिया और विशेषज्ञों में सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों ने इसे अनुचित लाभ या पक्षपात की संभावना बताया, जबकि आयोग ने इसे स्पष्ट खारिज किया है।

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के अध्यक्ष यूआर साहू ने कहा कि परिणाम पूरी तरह सटीक और निष्पक्ष हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि चयन केवल उम्मीदवारों के प्रदर्शन और परफॉर्मेंस के आधार पर किया गया है। आयोग के अनुसार, मेरिट एनालिसिस में यह सामने आया है कि अजमेर के अभ्यर्थियों ने परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त किए हैं, जिससे उनकी संख्या टॉप-100 में अधिक है।

साहू ने कहा कि कुछ सर्विस क्लास के उम्मीदवारों का चयन भी उनके प्रदर्शन और योग्यता के आधार पर हुआ है, और इसमें किसी प्रकार का पक्षपात नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि आयोग की चयन प्रक्रिया पूरी पारदर्शी है और इसमें तकनीकी और कानूनी नियमों का पालन किया गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार, किसी जिले के उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने का कारण उच्च तैयारी स्तर, अनुभवी कोचिंग और परीक्षा की रणनीति हो सकती है। अजमेर जिले में पिछले कुछ वर्षों से शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे अभ्यर्थियों का प्रदर्शन बेहतर रहा।

हालांकि, सोशल मीडिया और कुछ अभ्यर्थियों ने टॉप-100 में जिलेवार असंतुलन और सर्विस क्लास उम्मीदवारों के चयन को लेकर चर्चा शुरू कर दी है। आयोग ने इस पर कहा कि उम्मीदवार अपने परिणाम और मेरिट एनालिसिस की रिपोर्ट आयोग की वेबसाइट पर देख सकते हैं और यदि किसी को कोई त्रुटि लगे तो आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

अभ्यर्थियों का कहना है कि मेरिट में जिलेवार असंतुलन का मुद्दा लंबे समय से उठता रहा है, लेकिन प्रत्येक वर्ष चयन निष्पक्ष प्रक्रिया के आधार पर ही होता है। आयोग का कहना है कि अधिक तैयारी और बेहतर अंक प्राप्त करने वाले ही शीर्ष स्थानों पर आते हैं, और इसमें किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होता।

RAS 2023 के परिणाम में टॉप-100 में अजमेर के अधिक संख्या में अभ्यर्थियों का होना इस बात का संकेत भी माना जा रहा है कि जिले में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी का स्तर ऊँचा है। आयोग ने आश्वस्त किया कि भविष्य में भी चयन प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता आधारित रहेगी।

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