महाराणा प्रताप की वीरता और पराक्रम के किस्से आपने सुने और पढ़े होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि महाराणा प्रताप के दादा कौन थे? वे कहां रहते थे? उनका नाम लेने से भी मुगल शासकों में खौफ पैदा हो जाता था। हाल ही में सपा पार्टी के एक सांसद ने भी महाराणा प्रताप के दादा के नाम को कलंकित करने की कोशिश की और इसके लिए उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा।
दरअसल, प्रताप के दादा वीर योद्धा राणा सांगा थे। स्वास्थ्य कमजोर होने के बाद भी उन्होंने कई युद्ध लड़े और जीते। उन्होंने अपने जीवन में जितने भी युद्ध लड़े, उनमें दुश्मन को हराया और सभी युद्ध जीते, सिवाय अपने जीवन के आखिरी युद्ध के। उस युद्ध को हारने के बाद उन्होंने कोई युद्ध नहीं लड़ा।
राणा सांगा जिनका नाम संग्राम सिंह था, मेवाड़ के शासक थे। राणा सांगा ने अपनी छोटी सी सेना के साथ बाबर जैसे शक्तिशाली शासक से भी युद्ध किया। लेकिन उनका साहस और युद्ध कौशल ऐसा था कि वे छोटी सी सेना के साथ भी दुश्मन पर भारी पड़ गए। कई युद्धों में उन्होंने अपने शरीर के कई अंग गंवा दिए। उनके हाथ की हथेली कट गई, एक आंख खराब हो गई। उनके शरीर पर अस्सी गहरे घाव थे, लेकिन फिर भी वे दुश्मन को परास्त कर देते थे। यही कारण है कि आज उनका नाम इतिहास में अमर है।
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