शेयर मार्केट इन दिनों खबरों से प्रभावित होकर अपनी चाल दिखा रहा है. बाज़ार में तेज़ी का ट्रेंड बना हुआ है, लेकिन साथ ही ट्रंप के एडिशनल टैरिफ की तारीख भी करीब आ रही है. अब तक टैरिफ को वापस लेने के कोई संकेत नहीं हैं. बाज़ार में उतार चढ़ाव बना रह सकता है.
बाज़ार की नब्ज़ पहचानने की कोशिश करेंशेयर मार्केट अगले कुछ दिनों तक वोलेटाइल रहेगा. इस दौरान सेक्टर स्पेसिफिक होकर बाज़ार की ऐसी एक्टिविटीज़ पर ध्यान देने की ज़रूरत है जिनसे बाज़ार में उम्मीद बंधी है जैसे ऑटो सेक्टर के स्टॉक कुछ नीचे जाने पर फिर ऊपर आ रहे हैं. छोते वाहनों में जीएसटी की रियात ऑटो स्टॉक को आगे और ऊपर बनाए रख सकती है.ऐसे संकेत पहचानने की कोशिश करें.
सितंबर में फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती और उसके बाद अमेरिका में 10 साल की ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीदों से घरेलू बाजार में आशावाद की लहर दौड़ गई. ग्लोबल सेंटीमेंट्स के कारण आईटी इंडेक्स ने बेहतर प्रदर्शन किया. रेट कट के संकेत मज़बूत हुए तो बैंकिंग स्टॉक चलेंगे. ये बाज़ार के महत्वपूर्ण संकेत हैं.
उपभोग मांग को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित जीएसटी रिफॉर्म से घरेलू बाजार में सकारात्मक रुख बना हुआ है और अच्छा मानसून किसी भी अनिश्चितता से निपटने में मदद कर सकता है. इससे यह समझें कि भारतीय बाज़ार घरेलू मोर्चे पर मज़बूत हैं.
बाज़ार में अपट्रेड कब तकवैसे तो अधिकतर फैक्टर्स बाज़ार के पक्ष में हैं फिर भी इसे लेवल से समझना महत्वपूर्ण है. निफ्टी ने सोमवार को 25000 के स्तर से कुछ नीचे जाकर क्लोज़िंग दी, लेकिन ऐसा बाज़ार में होता रहेगा. ध्यान यह रखना है कि निफ्टी का ट्रेंड बैंड न हो जाए.ऐसा तब हो सकता है जबकि निफ्टी 24,800 के नीचे जाकर क्लोज़ कर दे. जब तक यह 24800 के ऊपर बना रहेगा, तब बाज़ार के सेंटीमेंट्स बुलिश बने रहेंगे.
सेक्टर पहचानें, स्टॉक सिलेक्ट करेंइन दिनों एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर में तेज़ी है, जिसे आईटी सेक्टर ने जॉइन किया है. मेटल सेक्टर और रियल एस्टेट सेक्टर भी ऊपर उठने की कोशिश में हैं.
आईटी सेक्टर से ऐसे लार्जकैप स्टॉक चुनें जो पिछले दिनों बॉटम आउट हुए हैं. टीसीएस और एचसीएल टेक इनमें प्रमुख नाम हैं. मार्केट की नब्ज़ समझने के लिए प्रमुख सेक्टर के मूवमेंट पर नज़र रखना ज़रूरी है.
बाज़ार की नब्ज़ पहचानने की कोशिश करेंशेयर मार्केट अगले कुछ दिनों तक वोलेटाइल रहेगा. इस दौरान सेक्टर स्पेसिफिक होकर बाज़ार की ऐसी एक्टिविटीज़ पर ध्यान देने की ज़रूरत है जिनसे बाज़ार में उम्मीद बंधी है जैसे ऑटो सेक्टर के स्टॉक कुछ नीचे जाने पर फिर ऊपर आ रहे हैं. छोते वाहनों में जीएसटी की रियात ऑटो स्टॉक को आगे और ऊपर बनाए रख सकती है.ऐसे संकेत पहचानने की कोशिश करें.
सितंबर में फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती और उसके बाद अमेरिका में 10 साल की ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीदों से घरेलू बाजार में आशावाद की लहर दौड़ गई. ग्लोबल सेंटीमेंट्स के कारण आईटी इंडेक्स ने बेहतर प्रदर्शन किया. रेट कट के संकेत मज़बूत हुए तो बैंकिंग स्टॉक चलेंगे. ये बाज़ार के महत्वपूर्ण संकेत हैं.
उपभोग मांग को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित जीएसटी रिफॉर्म से घरेलू बाजार में सकारात्मक रुख बना हुआ है और अच्छा मानसून किसी भी अनिश्चितता से निपटने में मदद कर सकता है. इससे यह समझें कि भारतीय बाज़ार घरेलू मोर्चे पर मज़बूत हैं.
बाज़ार में अपट्रेड कब तकवैसे तो अधिकतर फैक्टर्स बाज़ार के पक्ष में हैं फिर भी इसे लेवल से समझना महत्वपूर्ण है. निफ्टी ने सोमवार को 25000 के स्तर से कुछ नीचे जाकर क्लोज़िंग दी, लेकिन ऐसा बाज़ार में होता रहेगा. ध्यान यह रखना है कि निफ्टी का ट्रेंड बैंड न हो जाए.ऐसा तब हो सकता है जबकि निफ्टी 24,800 के नीचे जाकर क्लोज़ कर दे. जब तक यह 24800 के ऊपर बना रहेगा, तब बाज़ार के सेंटीमेंट्स बुलिश बने रहेंगे.
सेक्टर पहचानें, स्टॉक सिलेक्ट करेंइन दिनों एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर में तेज़ी है, जिसे आईटी सेक्टर ने जॉइन किया है. मेटल सेक्टर और रियल एस्टेट सेक्टर भी ऊपर उठने की कोशिश में हैं.
आईटी सेक्टर से ऐसे लार्जकैप स्टॉक चुनें जो पिछले दिनों बॉटम आउट हुए हैं. टीसीएस और एचसीएल टेक इनमें प्रमुख नाम हैं. मार्केट की नब्ज़ समझने के लिए प्रमुख सेक्टर के मूवमेंट पर नज़र रखना ज़रूरी है.
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