हमारे शरीर में कुछ ऐसे अंग होते हैं जो कभी आराम नहीं करते। हम इन अंगों को आसानी से नहीं देख पाते। इनमें आपका हार्ट, लंग्स, मस्तिष्क और किडनी शामिल हैं। किडनी हमारे शरीर से गंदगी और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। ये ब्लड को शुद्ध भी रखते हैं और खनिजों की मात्रा को नियंत्रित करते हैं। हालाँकि, अगर किडनी की कार्यक्षमता कम होने लगे, तो इसका असर शरीर के कई अंगों पर दिखाई देता है। हैरानी की बात है कि अक्सर इसकी शुरुआत आँखों से होती है।
आँखें शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण और नाजुक अंग हैं। इसलिए, शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों या खनिजों की मात्रा तुरंत दिखाई देने लगती है। इसलिए, कई बार आँखों में सूक्ष्म परिवर्तन गंभीर किडनी की बीमारियों के शुरुआती लक्षण होते हैं। उदाहरण के लिए, सुबह उठने पर आँखों के नीचे लगातार सूजन केवल थकान या अधूरी नींद के कारण नहीं होती। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि गुर्दे से प्रोटीन निकल रहे हैं। इसी तरह, अचानक धुंधला दिखाई देना, दोहरी दृष्टि, आँखों का लगातार लाल होना या सूखापन भी गंभीर चेतावनी हो सकते हैं।
कभी-कभी, आँखों का रेटिना प्रभावित हो सकता है, जिससे नीले और पीले रंगों को पहचानने में कठिनाई हो सकती है। लगातार थकान, नींद की कमी और आँखों के नीचे काले घेरे भी किडनी की बीमारी से जुड़े हैं।
इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ करने से भविष्य में किडनी फेल होने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, अगर आँखों में लगातार ऐसे बदलाव दिखाई दें, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी है। स्वास्थ्य की रक्षा ही सच्ची जीवनशैली है।
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