New Delhi, 11 नवंबर . अलसी के छोटे-छोटे भूरे बीज देखने में साधारण लगते हैं, लेकिन अपने अंदर गजब का न्यूट्रिशन छुपाए होते हैं. इसमें ओमेगा-3, फाइबर और लिग्निन भरपूर मात्रा में मौजूद हैं, जो आपके दिल, दिमाग, पाचन, स्किन और बालों सबके लिए उपयोगी है. यही कारण है कि आधुनिक न्यूट्रिशन विज्ञान में अलसी को सुपर सीड कहा जाता है.
पुराने समय से अलसी को देसी ओमेगा-3 का राजा कहा जाता है और विदेशों में इसे गोल्डन सुपर सीड माना जाता है. आयुर्वेद में भी अलसी को तिलवर्ग के सबसे श्रेष्ठ और फायदेमंद बीज माना गया है. इसके छोटे-छोटे बीज नेचुरल न्यूट्रिशन बूस्टर हैं जो आपकी सेहत का ख्याल रखते हैं.
यह हार्ट हेल्थ को सपोर्ट करता है, शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है और पाचन को सुधारता है. यह स्किन को ग्लोइंग बनाने में मदद करता है और बालों को मजबूत बनाता है. खासकर महिलाओं के लिए हार्मोन बैलेंस में भी यह मददगार है. साथ ही भूख को देर से लगने के कारण वजन कंट्रोल में भी यह एक अच्छा विकल्प है.
इसे खाने का तरीका भी आसान है. अलसी को हल्का भूनकर पाउडर बना लें और रोज सुबह 1 चम्मच गुनगुने पानी के साथ खाएं. दही में मिलाकर, रोटी के आटे में मिलाकर या सलाद, पोरीज और ओट्स में टॉपिंग के रूप में भी लिया जा सकता है.
अलसी खाने का भी एक खास तरीका है. भुनी अलसी पाउडर में बारीक कटा प्याज, हरी मिर्च, हरी धनिया, नमक, सरसों तेल और नींबू मिलाकर अलसी का चोखा बना लें. ये खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है.
हालांकि, इसका सेवन करते समय कुछ चीजों का खास ख्याल रखना चाहिए. अलसी हमेशा पीसकर पाउडर रूप में ही खाएं, क्योंकि पूरे दाने अक्सर बिना पचे ही निकल जाते हैं. प्रतिदिन 1 चम्मच पाउडर पर्याप्त है. भुने पाउडर को एयरटाइट जार में रखें और 15–20 दिन में खत्म कर दें.
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पीआईएम/वीसी
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