जयपुर, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran). Rajasthan पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) को संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है. लॉरेन्स विश्नोई गैंग के सक्रिय सदस्य और वर्तमान में रोहित गोदारा गैंग से जुड़ा कुख्यात अपराधी जगदीप सिंह उर्फ जग्गा धुरकोट, जिला मोगा (Punjab) निवासी, को अमेरिका में डिटेन कर लिया गया है. यह अपराधी लंबे समय से विदेश में बैठकर भारत में गैंगस्टर गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.
विदेश में छिपा था कुख्यात गैंगस्टर जग्गा
एडीजी पुलिस (एजीटीएफ/एटीएस/एएनटीएफ) दिनेश एम.एन. के निर्देशन में एजीटीएफ टीम इस कुख्यात अपराधी पर लगातार निगरानी रख रही थी. जग्गा लॉरेन्स विश्नोई गैंग के लिए Punjab और Rajasthan में सक्रिय था और विदेश से एक्सटोर्शन व फायरिंग की घटनाओं को संचालित करता था. करीब तीन वर्ष पूर्व वह अपने पासपोर्ट के जरिए दुबई भाग गया था और बाद में अवैध रूप से अमेरिका पहुंच गया. Rajasthan में कई मामलों में बेल जंप होने के कारण अदालत ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे.
Rajasthan और Punjab में कई मामले दर्ज
जगदीप सिंह उर्फ जग्गा पर Punjab में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और उसे न्यायालय द्वारा उद्घोषित अपराधी घोषित किया गया है. Rajasthan में भी जोधपुर के प्रतापनगर और सरदारपुरा थानों में उसके खिलाफ गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं.
मार्च 2017 में उसने प्रतापनगर क्षेत्र में डॉ. सुनील चंडक पर फायरिंग और जान से मारने की धमकी दी थी. सितंबर 2017 में वह जोधपुर के सरदारपुरा थाना क्षेत्र में व्यापारी वासुदेव इसरानी की हत्या के मामले में लॉरेन्स विश्नोई और अनमोल विश्नोई के साथ जेल में बंद था.
एजीटीएफ की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी और समन्वय
एजीटीएफ ने तत्कालीन डीआईजी योगेश यादव और वर्तमान डीआईजी दीपक भार्गव के सुपरविजन में जग्गा के ठिकानों पर दबिश दी. बाद में विदेशी नेटवर्क से जुड़ी विस्तृत जानकारी एकत्र की गई और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से समन्वय स्थापित किया गया. इसी प्रयास के बाद यूएसए ICE एजेंसी ने जग्गा को कनाडा-यूएसए बॉर्डर के समीप डिटेन कर लिया.
भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जारी
वर्तमान में जग्गा धुरकोट यूएसए पुलिस की हिरासत में है. उसे भारत प्रत्यर्पित करने के लिए सक्षम स्तर पर विधिक कार्रवाई की जा रही है. प्रत्यर्पण के बाद एजीटीएफ को जग्गा से जुड़े अन्य गैंग सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जानकारी मिलने की उम्मीद है.
इस आधार पर Indian न्याय संहिता की धारा 111 के अंतर्गत आगे के मामले दर्ज कर संगठित अपराध से जुड़े व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
ऑपरेशन में शामिल एजीटीएफ टीम
इस कार्रवाई में अतिरिक्त Superintendent of Police सिद्धांत शर्मा, नरोतम वर्मा, पुलिस निरीक्षक रविंद्र प्रताप, सुनील जांगिड़, मनीष शर्मा, कमल पुरी, हेड कांस्टेबल रमेश कुमार, कांस्टेबल सुभाषचंद और सुरेंद्र कुमार शामिल थे.
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