नई दिल्ली, 15 मई . अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने तुर्की की कंपनी ड्रैगनपास के साथ अपने समझौते रद्द कर दिए हैं. इस समझौते के तहत ड्रैगनपास के ग्राहकों को एयरपोर्ट लाउंज तक एक्सेस दी गई थी. यह कदम पहलगाम आतंकी हमलों में 26 पर्यटकों की हत्या का बदला लेने के लिए भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तुर्की द्वारा पाकिस्तान को दिए गए समर्थन के मद्देनजर उठाया गया है.
अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया, “ड्रैगनपास के साथ हमारा सहयोग, जो एयरपोर्ट लाउंज तक एक्सेस प्रदान करता था, वह तत्काल प्रभाव से समाप्त हो गया. ड्रैगनपास के ग्राहकों को अब अदाणी द्वारा प्रबंधित एयरपोर्ट पर लाउंज तक एक्सेस नहीं मिलेगी. एयरपोर्ट लाउंज और अन्य ग्राहकों के यात्रा अनुभव पर इस बदलाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.”
इस बीच, केंद्र सरकार ने गुरुवार को भारतीय हवाई अड्डों पर तुर्की की ग्राउंड-हैंडलिंग कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज को दी गई सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी. यह कदम सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखकर उठाया गया है.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक अधिसूचना में बताया, “नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है.”
तुर्की की यह कंपनी मुंबई एयरपोर्ट पर लगभग 70 प्रतिशत ग्राउंड हैंडलिंग सेवाओं का प्रबंधन करती है, जिसमें यात्री सेवाएं, लोड कंट्रोल, उड़ान परिचालन, कार्गो और डाक सेवाएं, गोदाम और ब्रिज परिचालन शामिल हैं.
नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हमें पूरे भारत से भारतीय हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं संचालित करने वाली तुर्की की कंपनी सेलेबी एनएएस एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया लिमिटेड पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध प्राप्त हुआ है.
मंत्री ने पोस्ट में लिखा, “इस मुद्दे की गंभीरता और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के आह्वान को समझते हुए, हमने इन अनुरोधों का संज्ञान लिया है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उक्त कंपनी की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है. राष्ट्र की सुरक्षा और हितों को सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.”
साल 2008 के बाद से सेलेबी ने भारत के विमानन क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है. रिपोर्टों के अनुसार, इस फर्म का आंशिक स्वामित्व तैयप एर्दोगान की बेटी सुमेये एर्दोगान के पास है.
सुमेये एर्दोगान की शादी सेल्कुक बयरक्तर से हुई है, जो बयरक्तर सैन्य ड्रोन का उत्पादन करते हैं, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ किया था.
रिपोर्टों के अनुसार, इससे पता चलता है कि पाकिस्तान को समर्थन देना केवल तुर्की की सरकारी नीति का मामला नहीं है, बल्कि इसमें एर्दोगन का अपना परिवार सीधे तौर पर शामिल है.
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पीएसके/एकेजे