बेंगलुरु, 18 अप्रैल . 21 वर्षीय पूजा यादव वाराणसी के बाहरी इलाके के एक गांव से आती हैं और भारतीय महिला हॉकी टीम में चुनी जाने वाली पूर्वांचल की पहली महिला खिलाड़ी बन चुकी हैं.
पिछले कुछ हफ्तों से वह बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के सीनियर नेशनल कैंप में ट्रेनिंग कर रही थीं. अब उन्हें 26 सदस्यीय भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल किया गया है. यह टीम 26 अप्रैल से 4 मई तक ऑस्ट्रेलिया के पर्थ हॉकी स्टेडियम में होने वाले दौरे पर जाएगी.
अपने चयन पर बात करते हुए पूजा ने कहा, “जब मुझे पता चला कि मैं भारतीय टीम में चुनी गई हूं, तो बहुत ही अद्भुत अहसास हुआ. गांव से सभी लोगों के फोन आने लगे. मेरे माता-पिता और भाई-बहन बहुत खुश थे. पहले यह सपना जैसा लगता था, लेकिन अब उन्हें मुझ पर गर्व है.”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे इस बात की खुशी है कि मैं पूर्वांचल से पहली महिला खिलाड़ी हूं जो भारतीय टीम तक पहुंची है. मैं चाहती हूं कि मेरे जैसी गांव की लड़कियां भी अपने सपने पूरे करें और उन्हें रोका न जाए. मैं उनके परिवारों से अनुरोध करती हूं कि वे अपनी बेटियों को सहयोग दें, क्योंकि मेहनत और अभ्यास से हम भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं और पूर्वांचल से और महिला खिलाड़ियों को आते हुए देख सकते हैं.”
मार्च 2025 में पूजा को 65 खिलाड़ियों के मुख्य संभावित समूह में जगह मिली और तभी से वह सीनियर खिलाड़ियों के साथ अभ्यास कर रही हैं. उन्होंने बताया, “सीनियर खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करना बहुत अच्छा अनुभव रहा. उन्हें देखकर और उनके साथ खेलकर मेरे खेल में काफी सुधार आया है. वे सभी बहुत मिलनसार हैं और हमें सिखाने में हमेशा मदद करते हैं.”
पूजा ने अपनी रूम पार्टनर नेहा के बारे में भी बात की. पूजा ने बताया कि वह मिडफील्ड की खिलाड़ी हैं और शुरू से सुशीला और नेहा जैसी खिलाड़ियों को फॉलो करती रही हैं. अब उनके साथ मैदान में अभ्यास करना सपना पूरा होने जैसा है. पूजा ने कहा, “नेहा दीदी मेरी रूममेट भी हैं और उन्होंने मुझे खेल ही नहीं, बल्कि खाने-पीने और रणनीतियों को समझने में भी बहुत मदद की है. उनके अनुभव से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है.”
पूजा साधारण परिवार से आती हैं और उन्होंने 2022 में उत्तर प्रदेश की जूनियर टीम में जगह बनाई थी. इसके बाद सीनियर राज्य टीम में चुनी गईं. हालांकि वह कभी भारतीय जूनियर टीम में नहीं चुनी गईं, लेकिन 15वीं सीनियर महिला हॉकी चैंपियनशिप 2025 में उनके बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें राष्ट्रीय कैंप तक पहुंचा दिया.
अपने शुरुआती सालों के बारे में बात करते हुए पूजा ने कहा, “बचपन में मैं क्रिकेट खेला करती थी, लेकिन 2015 में स्कूल में हॉकी खेलते हुए मेरी इस खेल में रुचि बढ़ी. मैंने पहले राज्य की जूनियर टीम में खेला और फिर सीनियर टीम का हिस्सा बनी. कई मौकों पर मैं बहुत करीब आकर भी नेशनल टीम में जगह बनाने से चूक गई. हालांकि अब सीधे सीनियर टीम में एंट्री मिलने पर मैं बहुत खुश हूं. अब मेरा लक्ष्य है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अच्छा प्रदर्शन करूं ताकि मुझे आगे भी टीम में बने रहने का मौका मिले, खासकर एफआईएच हॉकी प्रो लीग में.”
–
एएस/
The post first appeared on .
You may also like
क्या है वियाग्रा? जानिए उस दवा की कहानी जो गलती से बन गई दुनिया की सबसे चर्चित मेडिसिन
राजस्थान सरकार के इस नए फैसले ने MBBS-BDS डॉक्टरों की मौज! 62 साल तक बढ़ी रिटायरमेंट की उम्र, लेकिन इनके लिए हैं 'बुरी खबर'
दिल्ली: मुस्तफ़ाबाद में इमारत ढही, बीजेपी विधायक बोले- 20 की जगह में 100 घर बसेंगे तो हादसे होंगे
जेल में बंद कैदी की मौत,परिजनों ने जेल प्रशासन पर पिटाई कर हत्या करने का लगाया आरोप,हंगामा
कुतुबुद्दीन ऐबक की क्रूरता: हिंदुओं पर अत्याचारों का इतिहास