हिमाचल प्रदेश एक बार फिर भीषण बारिश की चपेट में आ गया है। बीते 24 घंटे से मूसलधार बरसात ने मंडी ज़िले में हालात और बिगाड़ दिए हैं। नदियों और नालों का जलस्तर अचानक इतना बढ़ा कि धर्मपुर कस्बे में बाढ़ जैसे हालात बन गए। देखते ही देखते पानी का तेज बहाव बाजार और बस अड्डे तक घुस गया। धर्मपुर बस अड्डा पूरी तरह से डूब गया, वहां खड़ी कई बसें बह गईं और दुकानों से लेकर ठेलों तक सब कुछ पानी के साथ बहाव में समा गया। कई घरों में घुटनों तक पानी भर गया, जिससे लोगों का सामान भी पूरी तरह नष्ट हो गया।#WATCH | Himachal Pradesh: Last night, heavy rain lashed the Mandi district, causing major destruction in Dharampur town. Many vehicles were swept away.
— ANI (@ANI) September 16, 2025
(Source: Police) pic.twitter.com/AlJUarMO0H
मंडी में तबाही का मंजर
भारी बारिश ने मंडी की सड़कों और पुलों को भी बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है। कई जगह सड़कें टूट गईं, छोटे पुल बह गए और यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। मंडी–कुल्लू हाईवे पर भूस्खलन के चलते घंटों गाड़ियां फंसी रहीं। क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। आपदा प्रबंधन टीम मौके पर तैनात की गई है, लेकिन लगातार खराब मौसम और तेज बारिश के चलते राहत-बचाव कार्यों में बाधा आ रही है। प्रशासन ने जानकारी दी है कि अब तक लगभग छह लोगों के लापता होने की खबर है और उनकी तलाश के लिए पुलिस तथा एसडीआरएफ की टीमें लगातार अभियान चला रही हैं।
ग्रामीण इलाकों का टूटा संपर्क
धर्मपुर के अलावा मंडी के अन्य हिस्सों में भी बारिश ने तबाही मचाई है। कई ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूट गया है, मलबा और कीचड़ ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है। छोटे पुल बह जाने से गांवों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार की बरसात ने कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
जनजीवन अस्त-व्यस्त
अचानक आई बाढ़ से लोगों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। जिन परिवारों की दुकानें और मकान पानी में समा गए, उन्हें अब खुले आसमान के नीचे रात बितानी पड़ रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरें विनाश की कहानी खुद बयां कर रहे हैं। धर्मपुर का बाजार खंडहर में बदल गया है—हर ओर मलबा, बह चुके वाहन और गाढ़ी कीचड़ का ढेर नजर आ रहा है। प्रभावित परिवार अपने नुकसान को देखकर फूट-फूट कर रो रहे हैं।
विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और लगातार बढ़ते तापमान की वजह से पहाड़ों पर इस तरह की आपदाएं अब आम होती जा रही हैं। बार-बार हो रही मूसलधार बारिश हिमालयी क्षेत्रों के लिए खतरे का संकेत है। प्रशासन ने लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है और हाई अलर्ट जारी किया है। बावजूद इसके, तबाही के दृश्य साफ दिखा रहे हैं कि पहाड़ों पर बारिश का कहर फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा।
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