त्रिपुरा में लगातार हो रही बारिश के कारण बड़े पैमाने पर जलभराव होने से एक व्यक्ति की सीवर में गिरने से मौत हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य की राजधानी अगरतला में महज तीन घंटे में करीब 200 मिमी बारिश हुई, जो रिकॉर्ड है।
रातभर हुई बारिश के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और लोगों को मुख्यमंत्री माणिक साहा के आवास के सामने घुटनों तक भरे पानी में चलकर जाना पड़ा। सीएम साहा ने कहा कि पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण लगभग 1,300 परिवारों ने पश्चिम त्रिपुरा जिले के शिविरों में शरण ली है।
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम त्रिपुरा को छोड़कर बाकी सात जिलों में स्थिति लगभग सामान्य है, हालांकि लगातार बारिश के कारण कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया है।
पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी विशाल कुमार ने बताया कि कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर जाने के बाद 5,000 से अधिक शहरवासियों ने अगरतला नगर निगम के 27 राहत शिविरों में शरण ली है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'फेसबुक' पर लिखा, "पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण लगभग 1,300 परिवारों ने पश्चिम त्रिपुरा जिले में राहत शिविरों में शरण ली है। सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है। जिला प्रशासन, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), नागरिक स्वयंसेवक और विभिन्न एजेंसियों को फंसे हुए लोगों की मदद के लिए तैनात किया गया है।"
एक अधिकारी ने बताया कि बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने रविवार के अपने सभी निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से प्रशासन के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया और कहा कि कई स्थानों पर जल स्तर घटने लगा है क्योंकि सभी पंपिंग स्टेशन चालू हो गए हैं।
अगरतला के महापौर दीपक मजूमदार ने स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य की राजधानी में जलभराव वाले इलाकों का दौरा किया और कहा कि शहर में शनिवार रात को महज तीन घंटे में 200 मिमी बारिश हुई, जिससे शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया।"
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "जैक्सन गेट पर एक सीवर में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।"
उन्होंने बताया कि बाढ़ जैसी स्थिति पर नजर रखने के लिए एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। मजूमदार ने कहा कि शहर के सभी 'पम्पिंग स्टेशन' बारिश के पानी को जल्द से जल्द निकालने के लिए काम कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने कहा, "यदि भारी बारिश जारी रही तो अगरतला शहर और उसके आसपास के इलाकों में स्थिति और खराब हो सकती है, लेकिन हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।"
जिलाधिकारी ने कहा कि हावड़ा नदी का जलस्तर खतरे के स्तर (10.80 मीटर) पर बह रहा है और नदी के किनारे रहने वाले 5,765 परिवारों ने राहत शिविरों में शरण ली है। शुक्रवार को पश्चिमी त्रिपुरा के जिरानिया में 16 वर्षीय किशोर की डूबने से मौत हो गई।
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