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तेज़ दिल की धड़कन का कारण और लक्षण: जानें कब हो जाए सावधान

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दिल की तेज़ धड़कन यानी 1 मिनट में 100 या उससे अधिक बार दिल का धड़कना, जिसे मेडिकल टर्म में टैकीकार्डिया कहा जाता है, गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। हालांकि कभी-कभी यह तनाव, थकान या एक्सरसाइज की वजह से भी हो सकता है, लेकिन लगातार या बिना कारण तेज़ धड़कन होना चिंता का कारण बन सकता है।

तेज़ दिल की धड़कन के मुख्य कारण:

  • तनाव और चिंता (Stress & Anxiety): मानसिक दबाव से दिल की धड़कन बढ़ सकती है।
  • हार्ट प्रॉब्लम्स: जैसे हार्ट फेल्योर, एरेसिथमिया या हृदय रोग।
  • थायरॉइड समस्या: हाइपरथायरॉइडिज़्म की वजह से दिल तेजी से धड़क सकता है।
  • कैफीन और अल्कोहल का अधिक सेवन
  • फिजिकल एक्टिविटी या ज्यादा व्यायाम
  • सावधानी के लक्षण (Warning Signs):

    • सांस फूलना या बेचैनी महसूस होना
    • चक्कर आना या बेहोशी
    • छाती में दर्द या दबाव
    • अत्यधिक थकान और कमजोरी

    क्या करें जब दिल तेज़ धड़कने लगे:

    • तुरंत बैठ जाएँ और गहरी सांस लें।
    • कैफीन या शराब से बचें।
    • हृदय रोग का इतिहास होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
    • लगातार या अचानक तेज़ धड़कन होने पर इमरजेंसी सहायता लें।

    निवारक उपाय:

    • नियमित एक्सरसाइज और योग करें।
    • संतुलित आहार लें और पर्याप्त नींद पाएं।
    • तनाव कम करने के लिए ध्यान (Meditation) और प्राणायाम अपनाएँ।

    💡 टिप: अगर आपके दिल की धड़कन लगातार 100 से ऊपर है या आपको लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें। समय पर जांच और इलाज से गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है।

     

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