आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना की फिल्म 'थामा' बॉक्स ऑफिस पर अपनी सक्सेस को इंजॉय कर रही है। निर्देशक आदित्य सरपोतदार की ने हाल ही में दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि रश्मिका ने बिना किसी शिकायत के 12 घंटे काम किया है। मालूम हो कि इंडस्ट्री में 8 घंटे शिफ्ट की चर्चा तब शुरू हुई, जब दीपिका पादुकोण ने इसकी मांग रखी। बेटी के जन्म के बाद पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस के लिए उन्होंने ये शर्त रखी, पर उन्होंने प्रभास की 'स्पिरिट' और 'कल्कि 2898 एडी' से निकाल दिया गया।
'थामा' के डायरेक्टर आदित्य सरपोतदार ने 'न्यूज18 शोशा' से बात की। उन्होंने कहा कि ये समझना जरूरी है कि कितने घंटे काम करना चाहिए। वो कहते हैं, 'कई बार ये मान लिया जाता है कि हर कोई 24 घंटे काम करेगा और ये शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से नुकसान देह होता है। मुझे लगता है कि शूटिंग के दौरान 12 घंटे की शिफ्ट काफी समझ में आने वाली और व्यावहारिक बात है। इससे ज्यादा कुछ भी करना सही नहीं है। मैंने ऐसे हालात देखे हैं, जहां लोगों को शेड्यूल के बीच घर जाने का भी मौका नहीं मिलता और यह बहुत ही अनुचित व्यवहार है।'
दीपिका पादुकोण की मांग पर आदित्य का रिएक्शन
दीपिका पादुकोण की निश्चित कार्य घंटों की मांग पर आदित्य ने कहा, 'मुझे लगता है कि एक एक्टर के रूप में, आपको कैमरे पर एक खास तरह से दिखना होता है। और जो मांग आ रही है, हमें उसकी पृष्ठभूमि को समझना होगा। दीपिका ने बातचीत शुरू की है, इसलिए आपको समझना होगा कि यह मांग कहां से आ रही है और वह 8 घंटे की मांग क्यों कर रही हैं - इसे एक सामान्य बयान देने का कोई मतलब नहीं है।'
परेश रावल का दिया उदाहरण
उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा, 'जब परेश (रावल) जी बोर्ड पर आए, तो वो हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे थे। एक समय ऐसा भी आया, जब उन्होंने कहा कि वह फिल्म नहीं कर पाएंगे, क्योंकि डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। इसलिए हमने कहा, 'सर, हम कम समय में आपका काम खत्म करेंगे।' उनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।'
रश्मिका करती हैं 12 घंटे काम
आदित्य ने रश्मिका को लेकर कहा, 'रश्मिका की बात करें तो वह 12 घंटे काम करती हैं। उन्होंने एक बार भी नहीं कहा कि वह थकी हुई हैं। शायद इसलिए क्योंकि वो जीवन के उस मुकाम पर हैं, जहां वो ये सब कर सकती हैं, लेकिन ये एक नियम सभी पर लागू नहीं होना चाहिए। मुझे लगता है कि अगर एक एक्टर और एक निर्देशक एकमत हों, तभी उन्हें साथ काम करना चाहिए।'
'थामा' के डायरेक्टर आदित्य सरपोतदार ने 'न्यूज18 शोशा' से बात की। उन्होंने कहा कि ये समझना जरूरी है कि कितने घंटे काम करना चाहिए। वो कहते हैं, 'कई बार ये मान लिया जाता है कि हर कोई 24 घंटे काम करेगा और ये शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से नुकसान देह होता है। मुझे लगता है कि शूटिंग के दौरान 12 घंटे की शिफ्ट काफी समझ में आने वाली और व्यावहारिक बात है। इससे ज्यादा कुछ भी करना सही नहीं है। मैंने ऐसे हालात देखे हैं, जहां लोगों को शेड्यूल के बीच घर जाने का भी मौका नहीं मिलता और यह बहुत ही अनुचित व्यवहार है।'
दीपिका पादुकोण की मांग पर आदित्य का रिएक्शन
दीपिका पादुकोण की निश्चित कार्य घंटों की मांग पर आदित्य ने कहा, 'मुझे लगता है कि एक एक्टर के रूप में, आपको कैमरे पर एक खास तरह से दिखना होता है। और जो मांग आ रही है, हमें उसकी पृष्ठभूमि को समझना होगा। दीपिका ने बातचीत शुरू की है, इसलिए आपको समझना होगा कि यह मांग कहां से आ रही है और वह 8 घंटे की मांग क्यों कर रही हैं - इसे एक सामान्य बयान देने का कोई मतलब नहीं है।'
परेश रावल का दिया उदाहरण
उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा, 'जब परेश (रावल) जी बोर्ड पर आए, तो वो हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे थे। एक समय ऐसा भी आया, जब उन्होंने कहा कि वह फिल्म नहीं कर पाएंगे, क्योंकि डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। इसलिए हमने कहा, 'सर, हम कम समय में आपका काम खत्म करेंगे।' उनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।'
रश्मिका करती हैं 12 घंटे काम
आदित्य ने रश्मिका को लेकर कहा, 'रश्मिका की बात करें तो वह 12 घंटे काम करती हैं। उन्होंने एक बार भी नहीं कहा कि वह थकी हुई हैं। शायद इसलिए क्योंकि वो जीवन के उस मुकाम पर हैं, जहां वो ये सब कर सकती हैं, लेकिन ये एक नियम सभी पर लागू नहीं होना चाहिए। मुझे लगता है कि अगर एक एक्टर और एक निर्देशक एकमत हों, तभी उन्हें साथ काम करना चाहिए।'
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