सुनील मिश्रा, संभल: उत्तर प्रदेश के संभल के चर्चित सपा विधायक इकबाल महमूद ने फिर से अपने बयान से राजनीतिक खेमे में हलचल मचा दी है। अमेरिका के राज्य न्यूयार्क में मेयर बनने वाले भारतीय मूल के जोहरान ममदानी को लेकर हो रही सियासत पर विधायक ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि ममदानी का विरोध करने वाले अक्ल के अंधे हैं।
अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए नबाव इकबाल महमूद ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के तमाम विरोध के बावजूद एक प्रतिशत से कम मुस्लिम आबादी वाले अमेरिका में भारतीय मूल का मुस्लिम मेयर बनना वाकई फक्र की बात है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का बेटा जब अमेरिका में झंडा गाड़ रहा है, तब यहां के लोग उसकी काबिलियत पर शक जताकर अपनी ओछी मानसिकता जाहिर कर रहे हैं।
इकबाल महमूद ने कहा कि भारत के मुसलमानों में कभी काबिलियत की कमी नहीं रही। इसकी मिसाल डॉ. अब्दुल कलाम, वीर अब्दुल हमीद, विंग कमांडर सोफिया कुरैशी हैं। वर्तमान राजनीति पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आने के बाद से हमारी काबिलियत को दरकिनार करने की कोशिशें जारी हैं। इससे देश का ही नुकसान हो रहा है।
विस्फोटक बयान देते हुए इकबाल महमूद ने कहा कि यदि बंटवारे के दौरान पाकिस्तान न बना होता तो देश का मुसलमान भी प्रधानमंत्री का दावेदार होता। इस दौरान सपा विधायक ने मोहम्मद अली जिन्ना और पाकिस्तान का भी प्रमुखता से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बंटवारा न हुआ होता तो आज हमारे हालात कुछ और होते, हम भी पीएम के दावेदार होते। मुसलमान आबादी हिंदुओं के बराबर होती।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में फैसला वोटर करता है, नफरत नहीं। ममदानी की जीत इस्लामिक राष्ट्र की शुरुआत नहीं, बल्कि भारतीय काबिलियत की जीत है। भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए इकबाल महमूद ने कहा कि ये पहले भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात किया करते थे, अब कह रहे हैं कि अमेरिका मुस्लिम राष्ट्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें आपस में लड़ने की नहीं, बल्कि एकजुटता की सख्त जरूरत है। काबिलियत को दबाने की जगह उसका सही इस्तेमाल करिए।
अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए नबाव इकबाल महमूद ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के तमाम विरोध के बावजूद एक प्रतिशत से कम मुस्लिम आबादी वाले अमेरिका में भारतीय मूल का मुस्लिम मेयर बनना वाकई फक्र की बात है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का बेटा जब अमेरिका में झंडा गाड़ रहा है, तब यहां के लोग उसकी काबिलियत पर शक जताकर अपनी ओछी मानसिकता जाहिर कर रहे हैं।
इकबाल महमूद ने कहा कि भारत के मुसलमानों में कभी काबिलियत की कमी नहीं रही। इसकी मिसाल डॉ. अब्दुल कलाम, वीर अब्दुल हमीद, विंग कमांडर सोफिया कुरैशी हैं। वर्तमान राजनीति पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आने के बाद से हमारी काबिलियत को दरकिनार करने की कोशिशें जारी हैं। इससे देश का ही नुकसान हो रहा है।
विस्फोटक बयान देते हुए इकबाल महमूद ने कहा कि यदि बंटवारे के दौरान पाकिस्तान न बना होता तो देश का मुसलमान भी प्रधानमंत्री का दावेदार होता। इस दौरान सपा विधायक ने मोहम्मद अली जिन्ना और पाकिस्तान का भी प्रमुखता से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बंटवारा न हुआ होता तो आज हमारे हालात कुछ और होते, हम भी पीएम के दावेदार होते। मुसलमान आबादी हिंदुओं के बराबर होती।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में फैसला वोटर करता है, नफरत नहीं। ममदानी की जीत इस्लामिक राष्ट्र की शुरुआत नहीं, बल्कि भारतीय काबिलियत की जीत है। भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए इकबाल महमूद ने कहा कि ये पहले भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात किया करते थे, अब कह रहे हैं कि अमेरिका मुस्लिम राष्ट्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें आपस में लड़ने की नहीं, बल्कि एकजुटता की सख्त जरूरत है। काबिलियत को दबाने की जगह उसका सही इस्तेमाल करिए।
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