Newsindia live,Digital Desk: Partition of India : राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद यानी एनसीईआरटी ने एक नया प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया है जिसने देश के विभाजन को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले आए इस मॉड्यूल में भारत के बंटवारे के लिए मुख्य रूप से कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन नेतृत्व और मुस्लिम लीग के प्रमुख मोहम्मद अली जिन्ना को जिम्मेदार ठहराया गया है।शिक्षकों और छात्रों के लिए तैयार किए गए इस दस्तावेज़ में यह दावा किया गया है कि अगर उस समय कांग्रेस के नेताओं ने सत्ता के लिए जल्दबाजी न दिखाई होती तो शायद देश का विभाजन टाला जा सकता था। मॉड्यूल के अनुसार कांग्रेस नेतृत्व के सत्ता के लालच ने विभाजन की प्रक्रिया को आसान बना दिया।इसके साथ ही, मॉड्यूल में विभाजन के लिए मोहम्मद अली जिन्ना की हठधर्मिता को भी एक बड़ा कारण बताया गया है। इसमें कहा गया है कि जिन्ना की जिद और कांग्रेस नेताओं की सत्ता की भूख, दोनों ही कारकों ने मिलकर उस दुर्भाग्यपूर्ण ऐतिहासिक घटना को जन्म दिया, जिसके परिणामस्वरूप लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा और अकल्पनीय हिंसा का सामना करना पड़ा।एनसीईआरटी के इस नए दृष्टिकोण ने अकादमिक और राजनीतिक गलियारों में एक नई चर्चा शुरू कर दी है। यह मॉड्यूल विभाजन के पारंपरिक ऐतिहासिक विमर्श से अलग एक नजरिया प्रस्तुत करता है, जिसने इसे विवाद का केंद्र बना दिया है।
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