News India Live, Digital Desk : Financial Planning : अपना घर खरीदना हर किसी की जिंदगी का सबसे बड़ा और सबसे खूबसूरत सपना होता है। लेकिन इस सपने को पूरा करने के लिए ज्यादातर लोगों को एक लंबे सफर से गुजरना पड़ता है, जिसका नाम है—होम लोन (Home Loan)। होम लोन मिलना जितना आसान लगता है, उसे चुकाना उतना ही मुश्किल हो सकता है, क्योंकि इसमें আসল से ज्यादा तो ब्याज ही चला जाता हैक्या आपने कभी सोचा है कि जब आप 20 या 30 साल के लिए 50 लाख रुपये का लोन लेते हैं, तो आप बैंक को असल में 50 लाख नहीं, बल्कि लगभग 80 लाख या 1 करोड़ रुपये चुकाते हैं? जी हां, बाकी की रकम सिर्फ और सिर्फ ब्याज होती है।लेकिन अगर हम आपसे कहें कि कुछ स्मार्ट तरीके अपनाकर आप इसी 50 लाख के घर की कुल लागत कोसिर्फ 27 से 30 लाख रुपये (मूलधन के आसपास) तक ला सकते हैं? यह कोई मजाक नहीं है, बल्कि स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग का कमाल है, जिससे आप ब्याज के रूप में बैंकों को दिए जाने वाले लाखों रुपये बचा सकते हैं।तो चलिए, जानते हैं उन स्मार्ट तरीकों के बारे में जो आपके होम लोन का बोझ हल्का कर देंगे।1. सबसे बड़ा दांव: डाउन पेमेंट (Down Payment) ज्यादा करेंयह होम लोन का बोझ कम करने का सबसे पहला और सबसे असरदार तरीका है। आमतौर पर बैंक घर की कीमत का 80% तक लोन देते हैं और 20% आपको डाउन पेमेंट के तौर पर देना होता है।स्मार्ट टिप: आप 20% की जगह 30% या 40% डाउन पेमेंट करने की कोशिश करें। आप जितना ज्यादा पैसा शुरुआत में लगा देंगे, आपको उतना ही कम लोन लेना पड़ेगा। और जितना कम लोन, उतना ही कम ब्याज! इससे आपकी EMI भी कम होगी और आप पर कर्ज का बोझ भी घटेगा।2. लंबे कार्यकाल (Long Tenure) के 'जाल' से बचेंबैंक अक्सर आपको 30 साल जैसे लंबे कार्यकाल का लोन ऑफर करते हैं, क्योंकि इसमें आपकी EMI बहुत कम दिखती है। यह देखने में तो बहुत आकर्षक लगता है, लेकिन असल में यह एक 'मीठा जाल' है। आप जितनी लंबी अवधि के लिए लोन लेंगे, आपको उतना ही ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा।स्मार्ट टिप: अपनी जेब के हिसाब से कम से कम अवधि का लोन चुनें, जैसे 15 या 20 साल। हां, इससे आपकी EMI थोड़ी बढ़ जाएगी, लेकिन आप ब्याज के रूप में लाखों रुपये बचा लेंगे और कर्ज से भी जल्दी मुक्त हो जाएंगे।3. 'ब्रह्मास्त्र' का इस्तेमाल करें: लोन प्रीपेमेंट (Loan Prepayment)यह आपके होम लोन का बोझ कम करने का सबसे शक्तिशाली हथियार है। प्रीपेमेंट का मतलब है, जब भी आपके पास कहीं से अतिरिक्त पैसा आए (जैसे- सालाना बोनस, इंसेंटिव या कोई और बचत), तो उसे अपनी EMI के अलावा सीधे अपने लोन के मूलधन (Principal Amount) को कम करने के लिए जमा कर दें।स्मार्ट टिप: साल में सिर्फ एक EMI के बराबर की भी रकम अगर आप प्रीपेमेंट कर देते हैं, तो आप अपने 20 साल के लोन को 3-4 साल पहले ही खत्म कर सकते हैं और ब्याज पर लाखों की बचत कर सकते हैं।4. ब्याज दर पर 'मोलभाव' जरूर करेंहोम लोन लेते समय सिर्फ एक बैंक पर निर्भर न रहें। अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें। अगर आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) अच्छा है, तो आप बैंक से ब्याज दर कम करने के लिए मोलभाव भी कर सकते हैं।स्मार्ट टिप: अगर लोन लेने के कुछ साल बाद आपको पता चलता है कि कोई दूसरा बैंक बहुत कम ब्याज दर पर लोन दे रहा है, तो आप 'होम लोन बैलेंस ट्रांसफर' (Home Loan Balance Transfer) का विकल्प भी चुन सकते हैं।5. अपना हिसाब खुद करें: EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाललोन लेने से पहले ऑनलाइन मौजूदहोम लोन EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल जरूर करें। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि अलग-अलग अवधि और ब्याज दर पर आपको कुल कितना पैसा चुकाना पड़ेगा। यह आपको एक सही फैसला लेने में मदद करेगा।इन स्मार्ट तरीकों को अपनाकर आप अपने घर के सपने को बोझ नहीं, बल्कि एक सुखद अनुभव बना सकते हैं और बैंक को दी जाने वाली ब्याज की मोटी रकम बचाकर अपनी मेहनत की कमाई को सही जगह लगा सकते हैं।
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