इंटरनेट डेस्क। आपने ये तो सुना होगा की इंसान की मौत हो जाती हैं तो शोक पत्रिका छपवाई जाती है। लेकिन क्या आपने कभी सुना हैं की जिंदा लोगों की भी शोक पत्रिका छपवाई गई हो। जी हां ऐसा ही मामला सामने आया हैं भीलवाड़ा जिले के आसींद उपखंड के सरेरी गांव में। यह एक अनोखा और दिल को तार तार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पिता ने अपनी ही जीवित बेटी की शोक पत्रिका छपवाई और शोक सभा रखी, जिसमें गांव के लोग शामिल हुए।
क्या हैं पूरा मामला
मीडिया रिपोटर्स की माने तो बरेली गांव के रहने वाले भैरू लाल जोशी ने अपनी पुत्री पूजा को समाज को कलंकित करने की ये सजा दी और जिंदा रहते हुए उसे मृत घोषित कर दिया, ताकि समाज में एक संदेश जाए।
जीवित बेटी को मृत किया घोषित
जानकारी के अनुसार पिता ने बेटी की शादी में लाखों रुपये खर्च किए और धूमधाम से उसकी शादी गांव के ही रहने वाले संजय तिवाड़ी से की। शादी के कुछ ही दिनों बाद पूजा अपने पति संजय तिवाड़ी के ही एक रिश्तेदार सूरज तिवाड़ी के साथ प्रेम संबंध में पड़ गई और अपनी शादीशुदा जिंदगी को खत्म कर सूरज के साथ घर से भाग गई और उससे लव मैरिज कर ली। इसके बाद जब पूजा को पुलिस थाने लेकर आयी तो उसने अपने पिता के खिलाफ ही बयान दे दिया। इससे आहत होकर पिता भैरू लाल जोशी ने कहा, आज से पूजा उनके लिए मर गई। बेटी के दिए दर्द से आहत पिता ने जीवित बेटी को पूरे गांव में मृत बताया और उसके नाम की शोक पत्रिका छपवाई।
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