इंटरनेट डेस्क। राजस्थान की राजधानी जयपुर समिति सभी जिलों में 31 मई यानी कि शनिवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान हवाई हमला होने पर किस तरह से बचा जाए और इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ जवानों की क्या भूमिका हो इसकी तैयारी को रखा गया। जयपुर में मॉक ड्रिल का आयोजन खातीपुरा ग्राउंड पर किया गया क्योंकि इसके आसपास घनी आबादी वाला क्षेत्र है। बता दे की समझ में लोगों को पहले ही निर्देश जारी कर दिए गए थे इसलिए शाम के 5:00 बजे सायरन बस्ती लोगों ने अपने घरों की खिड़कियां दरवाजे बंद कर लिया। इसके साथ ही कंट्रोल रूम के साथ ही बचाव कर्मी भी तत्परता से स्मोक ड्रिल में भागीदारी करते हुए नजर आए।
मॉक ड्रिल में किसकी रही भागीदारीकेंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद राजस्थान में मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। इस दौरान सिविल एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस सिविल डिफेंस, हेल्थ डिपार्टमेंट और फायर ब्रिगेड सम्मिट कई दूसरे विभाग के लोग इस मॉक ड्रिल में शामिल हुए। इस संबंध में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि यह काफी कारगर सिद्ध हुआ क्योंकि क्विक रिस्पांस के तहत मुस्तैदी को बरखा गया और इसे बेहतर करने की कोशिश की गई। उन्होंने यह भी बताया कि हवाई हमले में घायल हुए लोगों को जल्द से जल्द इलाज कैसे माहिया करना है इसके लिए भी अभ्यास किया गया।
मॉक ड्रिल के बाद ब्लैकआउटमॉक ड्रिल खत्म होने के बाद लोगों को उनके घरों में ही कैद रहने के लिए कहा गया और इस दौरान एक बार फिर से इलाके में पूरी तरह से अंधेरा कायम हो गया। रात के करीब 8:15 बजे से 8:30 बजे तक खातीपुरा इलाके में ब्लैकआउट का अभ्यास किया गया और लगभग 18 मिनट तक पूरे इलाके में अंधेरा छाया रहा। इसके लिए भी पुलिस की तरफ से पहले ही अनाउंसमेंट कर दिया गया था जिसका जनता द्वारा पूरा समर्थन देखने को मिला। यहां बता दे कि इस दौरान गाड़ियां भी अपने हेडलाइट बंद कर चलती हुई नजर आई।
PC : abpnews
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