-500 एकड़ खेत जलमग्न, किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी
जींद, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । जींद में बारिश ने जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है। मोरखी और भिड़ताना गांवों में 500 एकड़ खेतों में चार से पांच फीट पानी जमा होने से धान की फसल को खतरा मंडरा रहा है। किसानों ने प्रशासन से तत्काल जल निकासी की मांग की है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि बारिश का सीजन शुरु होने से पहले जिला स्तर पर पर बरसाती पानी की निकासी के लिए योजना तैयार की गई थी। ड्रेनों की साफ-सफाई पर लाखों रुपये खर्च किए गए। मानसून सीजन में जैसे ही बारिश हुई तो अधिकारियों के दावों तथा तामझाम को हिला कर रख दिया है। जिसके चलते गांव भंभेवा, मोरखी, भिड़ताना, मालश्रीखेड़ा, लुदाना, ललितखेड़ा, धड़ौली आदि गांवों के खेतों में बरसाती पानी जमा हो गया है। यह हालात तब हैं जब बारिश को बंद हुए 24 घंटे बीत चुके हैं और खेतों में जहां तक नजर दौड़ाई जाए वहां तक पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। गुरूवार को गांव मोरखी निवासी विजेंद्र, सुनील, सियाराम, सुल्तान, राजेश, बिट्टू, भिड़ताना निवासी राममेहर, नोनी, काला, बागा आदि ने बताया कि अगर पानी लम्बे समय तक खेतों में खड़ा रहता है तो उनकी धान की फसल बर्बाद हो जाएगी और उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा। गांवों में बरसाती पानी निकासी को लेकर पाइप लाइन दबा दी गई है लेकिन भिड़ताना व मोरखी गांव के बीच में पाइप लाइन नही दबाई गई है। इससे पानी की निकासी नही हो पा रही है। किसानों ने प्रशासन से तत्काल जल निकासी की मांग की है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
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