जौनपुर,20 अप्रैल पाकिस्तान के कराची जेल में बंद भारतीय मछुआरे की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद रविवार को शव पैतृक गांव जौनपुर के बसीरहा गांव पहुंचा. शव देखकर गांव और परिजनों में कोहराम मच गया. आसपास के गांव के लोग भी इस दुख की घड़ी में परिजनों को सांत्वना देने पहुंच गये. इसके बाद जिला प्रशासन की निगरानी में मछुआरे का अंतिम संस्कार परिजनों ने किया और जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि शासन की विभिन्न योजनाओं से परिजनों को लाभान्वित कराया जाएगा.
जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने बताया कि मछलीशहर के बसीरहा गांव के मछुआरा समुदाय के घुरहू बिंद पुत्र रामानंद गांव के कुछ साथियों के साथ गुजरात रोजी रोटी के लिए कमाने गये थे. गांव के ही लोगों के साथ घुरहू बिंद गुजरात के ओखा तट पर समुद्र में मछली पकड़ने का काम करते थे. साल 2022 में घुरहू अपने चार साथियों के साथ मछली पकड़ने के दौरान पाकिस्तान की सीमा में धोखे से चले गये और चारों को पाकिस्तान की सेना ने पकड़ कर बंधक बना लिया और कराची जेल में बंद कर दिया. बीते दिनों कराची जेल में घुरहू बिंद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई जिसकी जानकारी उसके साथियों ने परिजनों को उपलब्ध कराई.हालांकि कराची जेल प्रशासन का दावा है कि घुरहू बिंद ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. इसके बाद प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार ने पत्राचार कर मछुआरे के शव को भारत लाने की पहल की. इस पहल में गुजरात सरकार का भी सहयोग रहा और मछुआरा के पार्थिव शरीर को वाघा बार्डर से अमृतसर लाया गया. इसके बाद एअरलिफ्टिंग कर पार्थिव शरीर को पैतृक गांव पहुंचाया गया. शव पहुंचते ही ग्रामीणों एवं परिजनों में कोहराम मच गया और आसपास गांव के लोग भी अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे.
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से व परिजन की सहमति से दाह संस्कार कराया गया है और शव को उनके बड़े बेटे धीरज ने मुखाग्नि दी. जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्य में कई कठिनाइयां आईं, लेकिन शासन के सहयोग से कार्य संभव हो सका. जिलाधिकारी ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश शासन के निर्देशानुसार मृतक घुरहू बिंद के परिवार के सदस्यों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के उपजिलाधिकारी मछलीशहर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. यह कमेटी उनकी पात्रता की जांच करते हुए उन्हें शासन की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के लाभों से आच्छादित करने का कार्य करेगी.
/ विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
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