उरई, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में कचरा बीनने वाले समुदाय के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें सम्मानजनक आजीविका प्रदान करने के लिए ‘नमस्ते योजना’ के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा हुई। इस योजना के तहत अब कचरा बीनने वालों को भी लाभार्थी के रूप में शामिल किया जाएगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस योजना के तीसरे घटक के रूप में कचरा बीनने वालों को शामिल किया जाएगा। इसका प्रमुख उद्देश्य खतरनाक हाथ से कचरा बीनने को समाप्त करना और सीवर एवं सेप्टिक टैंकों की सुरक्षित यांत्रिक सफाई को बढ़ावा देना है।
इस योजना का उद्देश्य है कि कचरा बीनने वालों को सुरक्षित कार्य प्रणालियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें विभिन्न सामाजिक लाभ जैसे आयुष्मान कार्ड और स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा। उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार और आजीविका के नए अवसर प्रदान किए जाएंगे। कौशल विकास मिशन के तहत आईटीआई के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जाएगा।
जिलाधिकारी ने शहरी स्थानीय निकायों को इस योजना को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यूएलबी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करें और कचरा बीनने वालों को योजना से जोड़ने के लिए ठोस कदम उठाएं जाएं।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा
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