कैथल, 20 अप्रैल . हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन कैथल डिपो कार्यकारिणी की मीटिंग डिपू प्रधान अमित कूंडु की अध्यक्षता में संपन्न हुई. जिसका संचालन डिपू सचिव कृष्ण गुलियाना ने किया. मीटिंग में 21 व 22 अप्रैल को दो दिन की भूख हड़ताल की तैयारी की समीक्षा की गई.
डिपू प्रधान अमित कुमार कूंडु ,सचिव कृष्ण गुलियाना सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान शिव चरण, जिला सचिव रामपाल शर्मा, पूर्व कैशियर जसबीर सिंह ने रोडवेज कर्मचारियों की मानी गई मांगों की अनदेखी पर चिंता व्यक्त करते करते हुए कहा कि 1993 में जब प्रदेश की जनसंख्या एक करोड़ थी उस समय हरियाणा रोडवेज विभाग में 23600 के लगभग कर्मचारी एवं लगभग 3884 सरकारी बसें होती थी. आज जब प्रदेश की जनसंख्या 3 करोड़ के लगभग है तो अब मात्र 2400 के लगभग सरकारी बसें शेष बची हैं और विभाग में कर्मचारियों की संख्या 14000 के लगभग रह गई है. कर्मशाला और एच आर ई सी में 1993 के बाद कोई भर्ती नही की गई है.
पूरे हरियाणा प्रदेश के परिवहन विभाग में मात्र दो हजार नियमित कर्मशाला कर्मचारी बचे है. अगर सरकार विभाग में 10000 सरकारी बसें शामिल करती है तो एचआर ई सी के कर्मचारियों बॉडी बनाने का काम मिलता और 60000 बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा .
डिपू प्रधान अमित कुंडू व कृष्ण गुलायना व डिपू सचिव ने बताया कि कर्मचारियों को सुविधाएं देने की बजाय मिलने वाले अवकाशों में कटौती, ओवर टाइम में कटौती कर जले पर नमक छिडक़ने का काम किया है.
रोष को देखते ही रोडवेज कर्मचारी 21 व 22 अप्रैल को दो दिन की भूख हड़ताल करेंगे. अगर सरकार ने मानी हुई मांगों पर पत्र जारी नही किया आंदोलन को तेज किया जाएगा.
—————
/ मनोज वर्मा
You may also like
पीयूष गोयल लंदन, ओस्लो और ब्रसेल्स का 28 अप्रैल से करेंगे दौरा
कांग्रेस बताए नेशनल हेराल्ड का देश में क्या योगदान, ऊना में बोली इंदु गोस्वामी
“ग्लेन मैक्सवेल को ट्रॉफी जीतने से कोई मतलब है वो बस पार्टी करने के लिए इंडिया आते हैं”- पूर्व भारतीय क्रिकेटर का बयान
क्या 'बोगेनविले' विश्व मानचित्र पर एक नया देश है? लेकिन अमेरिका और चीन के बीच संघर्ष का एक नया 'युद्धक्षेत्र' बनने की संभावना
'अगर मैं मर जाऊं, तो यही चाहूंगी…' गाजा की बहादुर फोटो पत्रकार फातिमा हसौना की दिल दहला देने वाली कहानी