उत्तराखंड के हरिद्वार में हरियाणा एसटीएफ के साथ हुई एक तीखी मुठभेड़ ने सभी को चौंका दिया था। इस मुठभेड़ में शामिल फरार आरोपी सुनील कपूर ने अब देहरादून में एक और सनसनीखेज कदम उठाया। देहरादून के लक्ष्मण चौक इलाके में संदिग्ध परिस्थितियों में सुनील ने अपनी ही लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
मुठभेड़ के बाद की कहानीशनिवार की शाम को हरिद्वार में हरियाणा एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान सुनील कपूर ने क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मी सुरेंद्र को गोली मार दी थी। इसके बाद वह अपनी लाइसेंसी पिस्टल के साथ फरार हो गया था। इस हमले के बाद हरियाणा एसटीएफ की एक टीम तुरंत हरिद्वार पहुंची और मामले की तहकीकात शुरू की। पीएसआई मनीष कुमार की शिकायत पर सुनील के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया।
पुलिस की तलाश और सुनील की मौतपुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि सुनील ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से ही सुरेंद्र पर गोली चलाई थी। घायल सुरेंद्र को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। मुठभेड़ के बाद से ही पुलिस सुनील की तलाश में जुटी थी। देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन सुनील का कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार, देहरादून में सुनील ने खुद को गोली मारकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली।
हरियाणा से देहरादून तक का कनेक्शनहरियाणा के जींद, आशरी गेट का रहने वाला सुनील कपूर लंबे समय से पुलिस की रडार पर था। हरियाणा एसटीएफ ने हरिद्वार पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी जुटाई थी। एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि सुनील ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि आखिर सुनील ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
जांच में जुटी पुलिसपुलिस ने इस पूरे मामले की जांच तेज कर दी है। हरिद्वार से देहरादून पहुंची पुलिस टीमें अब यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि सुनील ने खुद को गोली मारने का फैसला क्यों लिया। क्या वह पुलिस के दबाव में था या फिर कोई और वजह थी? इस सवाल का जवाब जांच के बाद ही सामने आएगा।
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