वन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी कोरबा जिले में एक हाथी की भी करंट लगने से मौत हो गई, जब वह बोरवेल मशीन चलाने के लिए अवैध रूप से बिछाए गए तार के संपर्क में आ गया। उन्होंने बताया कि पहली घटना में, 30 जुलाई (बुधवार) की सुबह बकीला गांव में एक जंगली हाथी घर में घुस गया और सनमेत बाई नामक एक महिला को कुचलकर मार डाला। अधिकारियों ने बताया कि उसका पति नेहरू कंवर मौके से भागने में सफल रहा।
ALSO READ: अहमदाबाद में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान बेकाबू हुआ हाथी, वीडियो वायरल
उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में, 30 जुलाई की शाम को लुंड्रा वन क्षेत्र के अंतर्गत बेवरा गांव में एक जंगली हाथी ने राम कोरवा (60) और उसकी बेटी प्यारी (35) को मार डाला, जब वे खेती के काम से घर लौट रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि दोनों ने भागने की कोशिश की, लेकिन हाथी ने उनका पीछा किया और उन्हें ज़मीन पर पटक दिया तथा कुचलकर मार डाला।
उन्होंने बताया कि तीसरी घटना बृहस्पतिवार सुबह लुंड्रा वन क्षेत्र से लगभग 65 किलोमीटर दूर सीतापुर वन क्षेत्र के देवगढ़ गांव में हुई। अधिकारियों ने बताया कि मृतक, जिसकी पहचान मोहर साईं साईंराम (55) के रूप में हुई है, अपने धान के खेत में गया था, तभी उसका सामना दो हाथियों से हो गया। इनमें से एक हाथी ने उस पर हमला कर दिया तथा उसे कुचलकर मार डाला।
ALSO READ: बहराइच में खेत की रखवाली कर रहे किसान को जंगली हाथी ने कुचलकर मार डाला
उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में कोरबा में कुदमुरा वन क्षेत्र के अंतर्गत बैगमार जंगल में बिजली का झटका लगने से एक हाथी की मौत हो गई। इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोरबा वन मंडल के अधिकारी (डीएफओ) कुमार निशांत ने बताया कि 37 हाथियों का एक झुंड इलाके में घूम रहा था और बृहस्पतिवार की रात में उनमें से एक नर हाथी की करंट लगने से मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि इसकी सूचना मिलने पर वन अधिकारियों की एक टीम आज सुबह मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान, बैगामार निवासी तीन संदिग्धों (कृष्ण राम राठिया, बाबूराम राठिया और टीकाराम राठिया) ने पूछताछ के दौरान वन अधिकारियों को बताया कि उन्होंने एक बोरवेल चलाने के लिए अवैध रूप से बिजली का तार बिछाया था।
ALSO READ: Tamil Nadu: जंगली हाथी के हमले में जर्मनी के पर्यटक की मौत, हमले का वीडियो वायरल
उन्होंने बताया कि तीनों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। राज्य के उत्तरी भाग में मानव-हाथी संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है, जबकि पिछले कुछ वर्षों में यह खतरा मध्य क्षेत्र के कुछ जिलों में भी फैल गया है।
इस खतरे का सामना करने वाले जिले मुख्य रूप से सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में राज्य में हाथियों के हमलों में 320 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour
You may also like
HIV Vaccine: एचआईवी वैक्सीन पर शोध का पहला चरण पूरा, जानें विस्तृत जानकारी
VIDEO: केएल राहुल और अंपायर धर्मसेना में हुई बहस, अंपायर ने मैच के बाद मीटिंग के लिए बुलाया
दुर्ग में गिरफ्तार दो ननों और एक अन्य को बिलासपुर NIA कोर्ट से मिली जमानत, मानव तस्करी केस में आया फैसला
क्या आतंकियों को मारने से पहले सपा नेताओं को फोन करता? पीएम नरेंद्र मोदी ने अखिलेश यादव को सुना दिया
ind vs eng: आज इतने बजे से शुरू होगा ओवल टेस्ट मैच, इस कारण बदला गया समय